आलिंगन ( A for Alingan )
मोहे फइलत दोउ बाँह,
समात उस चहुंओर,
दिल होत दिल ऊपर ,
परस्पर रचत नवतरंग,
तरंग मधुर सुसंगत,
समात उस चहुंओर,
दिल होत दिल ऊपर ,
परस्पर रचत नवतरंग,
होत पृष्ठ दाब नर्म,
नैना नैन चुराए ,
अंक घुलत कुम्हलाये,
नैना नैन चुराए ,
अंक घुलत कुम्हलाये,
कुम्हलात समुच्य निकाय,
अउर दोउ भाव गरमाये,
अश्रु बहत निर्झर,
धोऊ कटु कथनाये ,
कथन गढ़े नव नूतन,
अउर दोउ भाव गरमाये,
अश्रु बहत निर्झर,
धोऊ कटु कथनाये ,
कथन गढ़े नव नूतन,
जब दोउ स्वतः जड़ाये ,
अउर दोउ रहे गुंथित
शीतल सशक्त प्रफुल्लाये ,
अउर दोउ रहे गुंथित
शीतल सशक्त प्रफुल्लाये ,
प्रफुल्लित तब हम होए ,
बैरी बने सखाये ,
इक छुद्र नगण्य आलिंगन,
रचे नव मार्ग देवाय।
बैरी बने सखाये ,
इक छुद्र नगण्य आलिंगन,
रचे नव मार्ग देवाय।
आदित्य सिंहा
01.04.2020
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