Wednesday 1 April 2020

आलिंगन

 आलिंगन  ( A for Alingan )




    #AtoZChallenge 2020 Blogging from A to Z Challenge letter A

मोहे फइलत दोउ बाँह, 
समात उस चहुंओर,   
दिल होत दिल ऊपर ,
परस्पर रचत नवतरंग,

तरंग मधुर सुसंगत,
होत पृष्ठ दाब नर्म, 
नैना नैन चुराए ,
अंक घुलत कुम्हलाये,

कुम्हलात समुच्य निकाय,  
अउर दोउ भाव गरमाये,
अश्रु बहत निर्झर,
धोऊ कटु कथनाये ,

कथन गढ़े नव नूतन, 
जब दोउ स्वतः जड़ाये ,
अउर दोउ रहे गुंथित
शीतल सशक्त प्रफुल्लाये , 

प्रफुल्लित तब हम होए ,
बैरी बने सखाये ,
इक छुद्र नगण्य आलिंगन,
रचे नव मार्ग देवाय। 

आदित्य सिंहा 
01.04.2020

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